यूनिफॉर्म में परिषदीय बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करने की नई पहल: बेसिक शिक्षकों की मांग हर जिले में लागू हो शाहजहांपुर का मॉडल
शाहजहांपुर । उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में परिषदीय स्कूलों के बच्चों को यूनिफॉर्म में स्कूल भेजने के लिए प्रशासन ने एक प्रेरक और सख्त कदम उठाया है। जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) डॉ. अपराजिता सिंह ने साफ किया है कि यूनिफॉर्म में न आने वाले बच्चों के अभिभावकों को राशन वितरण में रोक लगाई जाएगी। यह कदम शिक्षा और बच्चों की बेहतरी के लिए उठाया गया है।
यूनिफॉर्म का उद्देश्य
सरकार ने बच्चों के लिए यूनिफॉर्म, स्वेटर, जूते और मोजे खरीदने हेतु 1200 रुपये सीधे डीबीटी के माध्यम से अभिभावकों के खातों में भेजे हैं। यूनिफॉर्म का उद्देश्य न केवल बच्चों को सर्दी से बचाना है, बल्कि उनकी पहचान और अनुशासन को भी बढ़ावा देना है। इसके बावजूद, सर्दी में बच्चों को बिना उचित यूनिफॉर्म के स्कूल आने की शिकायतें मिल रही थीं।
कैसे काम करेगा यह मॉडल?
सीडीओ डॉ. अपराजिता सिंह ने निर्देश दिया है कि यदि एक सप्ताह के भीतर बच्चे पूरी यूनिफॉर्म में स्कूल नहीं आते, तो संबंधित अभिभावकों की सूची बनाकर कोटेदारों को दी जाएगी। इसके बाद इन परिवारों को मुफ्त राशन का लाभ नहीं मिलेगा। यह निर्णय स्कूल निरीक्षण और अभिभावकों को जागरूक करने के बाद लिया गया है।
शिक्षा और जिम्मेदारी का संदेश
यह पहल शिक्षा के महत्व और अभिभावकों की जिम्मेदारी को रेखांकित करती है। सरकार द्वारा प्रदान किए गए धन का उपयोग बच्चों की मूलभूत आवश्यकताओं पर होना चाहिए। यूनिफॉर्म के अभाव में बच्चे न केवल ठंड का सामना करते हैं, बल्कि आत्मविश्वास में भी कमी महसूस करते हैं।
हर जिले के लिए प्रेरणा
शाहजहांपुर की यह पहल अन्य जिलों के लिए एक प्रेरणा बन सकती है। अगर हर जिले में इस मॉडल को अपनाया जाए तो:
- बच्चों की उपस्थिति में सुधार होगा।
- यूनिफॉर्म पहनने से बच्चों में अनुशासन और समानता का भाव बढ़ेगा।
- अभिभावक सरकारी सहायता का सही उपयोग करेंगे।
- सरकारी योजनाओं के उद्देश्य को सही दिशा मिलेगी।
प्रशासन और शिक्षकों की भूमिका
इस पहल को सफल बनाने के लिए प्रशासन और शिक्षकों को सक्रिय भूमिका निभानी होगी।
- अभिभावकों को लगातार जागरूक करें।
- यूनिफॉर्म के महत्व और बच्चों के स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव को समझाएं।
- स्कूल निरीक्षण को नियमित करें।
सीडीओ का संदेश
सीडीओ डॉ. अपराजिता सिंह ने कहा, "यूनिफॉर्म बच्चों के लिए केवल कपड़ा नहीं, बल्कि उनकी शिक्षा और स्वास्थ्य की सुरक्षा का प्रतीक है। यह पहल बच्चों को ठंड से बचाने और उनके आत्मसम्मान को बढ़ाने के लिए है। अभिभावकों को अपने बच्चों की जिम्मेदारी को समझना होगा।"
शाहजहांपुर का यह कदम न केवल बच्चों के लिए बेहतर वातावरण सुनिश्चित करेगा, बल्कि अभिभावकों में भी जिम्मेदारी का भाव जगाएगा। अन्य जिलों को भी इस पहल को अपनाना चाहिए, जिससे शिक्षा और बच्चों की बेहतरी के लिए सरकार की योजनाएं पूरी तरह सफल हो सकें। यूनिफॉर्म में बच्चे, शिक्षित और आत्मविश्वास से भरे बच्चे।
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